("दोनों अतिवादी विचारधाराएँ गाँधी से नफरत करती हैं; मैं इस श्रेणी में अति-वामपंथियों पर भी विचार कर रहा हूँ। अंतर यह है कि कुछ लोग इसे दिखाकर करते हैं, और कुछ लोग छिपाकर। इसका कारण यह है कि गांधी अतिवादी नहीं थे। जब आप गांधी के उन पहलुओं के बारे में बात करते हैं जिनसे ये विचारधाराएं सहमत नहीं हैं, तो आप उन सभी में एक तरह की बेचैनी पाएंगे। यह जानना महत्वपूर्ण है कि यह बेचैनी कहाँ से आती है, जो बाद में एक प्रकार की चेतना विकसित करने की ओर ले जाती है। हमें इसके स्रोत के बारे में गहराई से सोचने की ज़रूरत है। शायद तब आपको कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर मिल जाएँगे।")
• The ideology is different from philosophy. I don't consider "विचारधारा" as the appropriate hindi translation of ideology; for me the better translation would be "मोहमाया/मायाजाल".
• स्वामित्व और साम्राज्यवादी जैसे तत्वों का संबंध सिर्फ़ हिंदुत्व के साथ नहीं है। इसे आप दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग रूपों में देख सकते है। हाल के मौजूदा उदाहरण आपके सामने है- अमरीका, इज़राइल, रूस।
• The idea of nation state has a deep connection with uniformity. It doesn't like diversity at all.
-Prof. Dilip Simeon
This event of book launch was conducted on 07-05-24.
Dilip Simeon is a retired History Professor from University of Delhi and a well-known labour historian and public intellectual in India.